क्या जो रूट भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक बना पाएंगे?

क्या जो रूट भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक बना पाएंगे?

इंग्लैंड के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज जो रूट ने अपने करियर में कई बार अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है। वह विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के साथ 21वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हैं।

जो रूट ने 2012 में नागपुर में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में ही धैर्य और तकनीक का शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने उस मैच में 229 गेंदों में 73 रनों की पारी खेली थी। उनका पहला टेस्ट शतक 2013 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हेडिंग्ले कार्नेगी मैदान पर आया था, जहां यह वर्तमान मैच खेला जा रहा है। इसके बाद उन्होंने लॉर्ड्स में एशेज सीरीज में भी शानदार शतक जड़ा था।

भारत के खिलाफ जो रूट का प्रदर्शन हमेशा से ही प्रभावशाली रहा है। 2014 में उन्होंने भारत के खिलाफ दो बड़े शतक लगाए थे जो दोनों ही नाबाद रहे। हालांकि भारतीय पिचों पर स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उन्हें कभी-कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

2022 में टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद जो रूट ने बाजबॉल फिलॉसफी के तहत अपने फॉर्म को नई ऊर्जा दी। उन्होंने 35 टेस्ट मैचों में 57 की औसत से 11 शतक लगाए जिसमें उनका स्ट्राइक रेट लगभग 70 रहा। 2024 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में अपना करियर का सर्वश्रेष्ठ 268 रनों की पारी खेली थी, जिसमें इंग्लैंड ने 823 रनों का विशाल स्कोर बनाया था।

इस मैच की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। हेडिंग्ले कार्नेगी मैदान पर यह एक दिलचस्प निर्णय है क्योंकि आमतौर पर यहां पहले बल्लेबाजी करना फायदेमंद माना जाता है। संभवतः इंग्लैंड टीम ने पिच और मौसम स्थितियों को देखते हुए यह निर्णय लिया होगा।

अब सवाल यह है कि क्या जो रूट इस बार भी हेडिंग्ले मैदान पर शतक जड़ पाएंगे? हेडिंग्ले मैदान पर रूट का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है, यहीं पर उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया था। भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ उनकी तकनीक अच्छी रही है, हालांकि स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उन्हें सावधानी बरतनी होगी। अगर इंग्लैंड की पहली पारी में वह अच्छी शुरुआत करते हैं तो एक बड़ा स्कोर बनाने की संभावना बढ़ जाती है।

जो रूट का अनुभव और टेस्ट क्रिकेट में उनकी स्थिरता उन्हें भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ मैच का अहम खिलाड़ी बनाती है। अगर वह इस पहले टेस्ट में शतक लगाने में सफल होते हैं तो यह इंग्लैंड के लिए मैच को अपने पक्ष में मोड़ने वाला साबित हो सकता है। हेडिंग्ले कार्नेगी मैदान पर उनका पिछला रिकॉर्ड और टॉस के बाद की टीम की रणनीति यह तय करेगी कि क्या वह इस बार भी शतकीय पारी खेल पाते हैं।

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