
भारी बारिश से मध्य और दक्षिण भारत में हालात बिगड़े
महाराष्ट्र, कर्नाटक और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जलभराव की वजह से सड़कें जाम हो गई हैं और यातायात प्रभावित हुआ है। महाराष्ट्र में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 से अधिक लोग घायल हैं।
वहीं, दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को रविवार तड़के आई आंधी-बारिश से गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि, कुछ इलाकों में बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दीं। इस बीच, राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लू का प्रकोप जारी है।

दिल्ली-एनसीआर में मौसम में बदलाव, अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना
रविवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में आंधी और बारिश ने उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सप्ताह तक हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। यह बदलाव मानसूनी हवाओं के प्रभाव के कारण आया है।
कर्नाटक में रेड अलर्ट,
स्कूल बंद भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कर्नाटक तट पर भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनजर उडुपी और दक्षिण कन्नड़ जिलों में सोमवार को सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

महाराष्ट्र में बारिश से तबाही, बिजली गिरने से हुई मौतें
मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। अधिकारियों के अनुसार, मुंबई, सिंधुदुर्ग, धुले, नासिक, संभाजीनगर, नंदुरबार और अमरावती जिलों में बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक घायल हुए हैं।
रत्नागिरी, रायगढ़, पालघर, ठाणे, पुणे के घाट क्षेत्र और सतारा-कोल्हापुर में अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने पहले ही रत्नागिरी और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया था। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को पहले से ही प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया था।
कोंकण और गोवा में भी भारी बारिश हुई, जिसके कारण समुद्र में 4.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठीं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।

मानसून का रुख: कब तक पहुंचेगा उत्तर भारत?
आईएमडी के अनुसार, अगले 24 घंटों में गुजरात, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में मानसून के और आगे बढ़ने की संभावना है। अगले तीन दिनों में पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मानसूनी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश में मानसून के अगले सप्ताहांत तक पहुंचने की उम्मीद है। आमतौर पर मध्य प्रदेश में मानसून 15 जून तक दस्तक दे देता है और 19 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेता है। सतर्कता बरतने की जरूरत मौसम विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों से अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में यात्रा करने से बचें और बिजली के खंभों व पेड़ों से दूर रहें। स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
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